आपका स्वागत है, डार्क मोड में पढ़ने के लिए ऊपर क्लिक करें PDF के लिए टेलीग्राम चैनल DevEduNotes2 से जुड़े।

भारत में रामसर स्थल। रामसर साइट इन राजस्थान

रामसर साइट इन राजस्थान


भारत में रामसर साइट

भारत में रामसर स्थलों की कुल संख्या 89 है। 

फरवरी 2025 में भारत में 4 नई आर्द्रभूमियों को रामसर स्थलों की सूची में शामिल किया गया है, जिससे देश में रामसर स्थलों की कुल संख्या 89 हो गई है।
• राज्यों में तमिलनाडु में सर्वाधिक 20 और उत्तर प्रदेश में कुल 10 रामसर स्थल हैं।
• भारत, यूनाइटेड किंगडम (176) और मैक्सिको (144) के बाद विश्व में तीसरा सबसे अधिक रामसर स्थल वाला देश बन गया है।
नए स्थल हैं:- तमिलनाडु का सक्काराकोट्टई पक्षी अभयारण्य और थेरथंगल पक्षी अभयारण्य, सिक्किम का खेचेओपलरी वेटलैंड और झारखंड का उधवा झील।
नोट:- सिक्किम और झारखंड के पहले रामसर स्थल जोड़े गए हैं।

आर्द्रभूमि (Wetland)
वेटलैंड ऐसा क्षेत्र होता है, जहां भरपूर नमी होती है। झील के आसपास का इलाका दलदली होता है।
इसके आसपास की खेती को ज्यादा पानी की जरूरत नहीं होती है।

आर्द्रभूमि का लाभ/महत्त्व
• आर्द्रभूमि जमीन और जल के बीच की महत्वपूर्ण कड़ी है।
• आर्द्रभूमि मीठे पानी के अच्छे स्त्रोत है। साथ ही वर्षा जल को शोखने और भूजल रिचार्जिंग में मदद करती हैं।
• ये मछली और अन्य समुद्री जीवन के लिए नर्सरी बनाती हैं।
• आर्द्रभूमि बाढ़ की घटनाओं में कमी लाती हैं, तटीय इलाकों की रक्षा करती हैं, साथ ही प्रदूषकों को अवशोषित कर पानी की गुणवत्ता में सुधार करती हैं। 
• दुनिया की 40% प्रजातियाँ आर्द्रभूमि में रहती हैं तथा प्रजनन करती हैं। 
• ये परिवहन, पर्यटन और लोगों के सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक कल्याण में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।



क्या है रामसर श्रेणी ?

वेटलैंड्स पर हुई रामसर कन्वेंशन एक अंतर-सरकारी संधि है, जिस पर 2 फरवरी 1971 में ईरानी शहर रामसर में हस्ताक्षर किये गए थे।
रामसर कैस्पियन सागर के दक्षिणी किनारे पर स्थित ईरान का एक शहर है।
• इसमें भारत 1 फरवरी, 1982 को शामिल हुआ था।
• वे आर्द्रभूमि (वेटलैंड) जो अंतर्राष्ट्रीय महत्व के होते हैं, उन्हें रामसर स्थल घोषित किया जाता हैं।

नई अपडेट तथा डेली करेंट अफेयर्स के लिए हमारे टेलीग्राम चैनल को Join करें
Telegram Join 👉 Click Here


भारत के रामसर स्थल

 

 

 रामसर स्थल  

 वर्ष

 राज्य

 1

  चिल्का झील

 1981

 ओडिशा

 2

 केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान 

 1981

 राजस्थान

 3

 लोकटक झील

 1990

 मणिपुर

 4

 वुलर झील

 1990

 जम्मू-कश्मीर

 5

 हरिके झील

 1990

 पंजाब

 6

 सांभर झील

 1990

 राजस्थान

 7

 कंजली झील

 2002

 पंजाब

 8

 रोपड़

 2002

 पंजाब

 9

 कोलेरू झील

 2002

 आंध्र प्रदेश

10

दीपोर बील

 2002

 असम

11

 अष्टमुडी वेटलैंड

 2002

 केरल

12

 सस्थमकोट्टा झील 

 2002

 केरल

13

 वेम्बनाड-कोल वेटलैंड

 2002

 केरल

14

 भोज वेटलैंड 

 2002

 भोपाल, (मध्य प्रदेश)

15

 त्सो-मोरीरी

 2002

 लद्धाख

16

 भितरकनिका मैंग्रोव 

 2002

 ओडिशा

17

प्वाइंट कैलिमेरे वन्यजीव और पक्षी अभयारण्य 

 2002

तमिलनाडु

18

पूर्व कलकत्ता वेटलैंड्स

 2002

पश्चिम बंगाल

19

पौंग बांध झील

 2002

हिमाचल प्रदेश

20

रेणुका वेटलैंड (सबसे छोटा) 

 2005

हिमाचल प्रदेश

21

चंदेरटल वेटलैंड

 2005

हिमाचल प्रदेश

22

होकेरा वेटलैंड

 2005

जम्मू-कश्मीर

23

सूरिंसर और मानसर झील

 2005

जम्मू-कश्मीर

24

रुद्रसागर झील

 2005

 त्रिपुरा

25

ऊपरी गंगा नदी (ब्रजघाट से नरौरा खिंचाव)

 2005

 उत्तर प्रदेश

26

नालसरोवर पक्षी अभयारण्य

 2012

 गुजरात

27 

 सुंदरवन डेल्टा (सबसे बड़ा) 

 2019

 पश्चिम बंगाल

28

 नंदूर मधमेश्वर पक्षी अभयारण्य 

 2019

 नासिक (महाराष्ट्र)

29

 केशोपुर मिआनी कम्युनिटी रिजर्व

 2019

 पंजाब

30

 व्यास संरक्षण रिजर्व 

 2019

 पंजाब

31

 नांगल वन्यजीव अभयारण्य 

 2019

 पंजाब

32

 साण्डी पक्षी अभयारण्य 

 2019

 हरदोई ( उत्तर प्रदेश)

33

 समसपुर पक्षी अभयारण्य 

 2019

 रायबरेली (उत्तर प्रदेश)

34

 नवाबगंज पक्षी अभयारण्य 

 2019

 उन्नाव (उत्तर प्रदेश)

35

 समन पक्षी अभयारण्य

 2019

 मैनपुरी (उत्तर प्रदेश)

36

 पार्वती अरगा पक्षी अभयारण्य 

 2019

 गोंडा (उत्तर प्रदेश)

37

 सरसई नावर झील 

 2019

 इटावा (उत्तर प्रदेश)

38

 आसन कंजर्वेशन रिजर्व वेटलैंड 

 2020

 उत्तराखंड

39

 काबरताल झील (कांवर झील) 

 2020

 बिहार

40

 सूर सरोवर पक्षी विहार  (कीठम झील)

 2020

 आगरा (उत्तर प्रदेश)

41 

 लोनार झील 

 2020

 महाराष्ट्र

42

स्तार्तासापुक त्सो - त्सो कर 

 2020

 लद्दाख

43

थोल झील वन्यजीव अभयारण्य

 2021

 गुजरात

44

वाधवाना आर्द्र प्रदेश 

 2021

 गुजरात

45

सुल्तानपुर राष्ट्रीय उद्यान

 2021

 गुरुग्राम (हरियाणा)

46

भिंडवास वन्यजीव अभयारण्य

 2021

 हरियाणा

47

 हैदरपुर वेटलैंड 

 2021

 उत्तर प्रदेश

48

 खिजादिया पक्षी अभयारण्य 

 2022

 गुजरात

49

 बखिरा वन्यजीव अभयारण्य 

 2022

 उत्तर प्रदेश

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 
भारत का सबसे बड़ा रामसर स्थल:- सुंदरबन (प. बंगाल)
भारत का सबसे छोटा रामसर स्थल:- रेणुका वेटलैंड (हिमाचल प्रदेश)

सर्वाधिक रामसर स्थल वाला राज्य:- तमिलनाडु (20)

भारत की सबसे पहली रामसर साइट कौन सी है ?
• 1981 में चिल्का झील (उड़ीसा) और केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान (राजस्थान) को पहले रामसर स्थल के रूप में मान्यता मिली थी। 



रामसर साइट इन राजस्थान

1. केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान (1981)
2. सांभर झील (1990)

लोकटक झील
• यह मणिपुर में स्थित है।
• पूर्वोत्तर भारत की सबसे बड़ी ताजे (मीठे) पानी की झील है।
• इसमें विश्व का एकमात्र तैरता पार्क केबुइल लामजाओ राष्ट्रीय उद्यान स्थित है।
• इस झील पर वनस्पतियों से बने अनेक छोटे-छोटे आइलैंड स्थित है। जिन पर लोगों ने कच्चे घर बना रखे हैं।
कच्चे घरों को स्थानीय भाषा में फूमसंग कहते हैं।

लोनार झील
• यह झील समय-समय पर रंग बदलती रहती है। (कारण - जीवाणु)
• इस झील का निर्माण उल्कापिंड के धरती से टकराने से हुआ है।


विश्व वेटलैंड दिवस कब मनाया जाता है ?
प्रतिवर्ष 2 फरवरी को विश्व आर्द्रभूमि दिवस मनाया जाता है।

राजस्थान में कितने रामसर स्थल है ? - 2

उदयपुर का मेनार पक्षी गाँव बनेगा आर्द्रभूमि
• जून 2022 में पक्षी गाँव के रूप में मान्यता प्राप्त उदयपुर ज़िले के मेनार गाँव को राजस्थान की नई आर्द्रभूमि के रूप में अधिसूचित किया जाना तय किया गया है। 
• मेनार गाँव की दो झीलें- ब्रह्मा और धंध हर वर्ष बड़ी संख्या में प्रवासी पक्षियों की मेज़बानी करती हैं।

नोट:- समय-2 पर नए रामसर स्थल घोषित किए जाते रहते हैं।

SAVE WATER

Post a Comment

1 Comments