वर्ष 1919-20 से देश में प्रत्येक 5 वर्ष में पशु गणना की जाती है।
• स्वतंत्रता पश्चात प्रथम पशु गणना 1951 में की गई।
• राजस्थान में पशु गणना का कार्य राजस्व मंडल (अजमेर) द्वारा किया जाता है।
• वर्तमान राजस्थान में प्रथम पशु गणना:- 1961
• राजस्थान में प्रथम ग्रामवार पशु गणना:- 1977
• राजस्थान में प्रथम नस्वालर पशु गणना:- 2007
20वीं पशुधन गणना रिपोर्ट राजस्थान
• 20वीं पशुधन गणना रिपोर्ट 2017 (जारी 2019 में) के अनुसार राजस्थान में कुल पशुधन 5 करोड़ 68 लाख है। जो कि 2012 में 5 करोड़ 77 लाख था।
कुल पशुओं की संख्या में 1.66% की कमी हुई है।नोट:- देश में पशुधन में सर्वाधिक कमी राजस्थान में हुई है।
• पशुधन की दृष्टि से राजस्थान का देश में उत्तर प्रदेश के बाद दूसरा स्थान है।
• देश के कुल पशुधन का 10.60% पशुधन राजस्थान में है।
यहां देश का 84.43% ऊंट, 14% बकरी, 12.47% भैंस, 10.64% भेड एवं 7.24% गौवंश उपलब्ध है।
• राजस्थान देश में दूध उत्पादन में 13.32% तथा ऊन उत्पादन में 37.44% योगदान देता है। (Eco Survey 2021-22)
राज्य में कुल 568.01 लाख पशुधन एवं 146.23 लाख कुक्कुट (Poultry) है।
राजस्थान बकरी, ऊंट और गधों के मामले में देश में प्रथम स्थान पर है।
20840203 (2 करोड़ 8लाख) | ||
13937630 (1 करोड़ 39 लाख) | ||
भेड | ||
212739 (2 लाख 12 हजार) | ||
154803 (1 लाख 54 हजार) | ||
गधे | ||
खच्चर (Mules) | 1339 (1 हजार) | |
56800945 |
राजस्थान में सर्वाधिक पशुधन:-
बकरी> गाय> भैंस> भेड़
संख्या के आधार पर सर्वाधिक वृद्धि:-
1. भैंस 2. गाय
% के आधार पर सर्वाधिक वृद्धि:-
1. भैंस (5.53%) 2. गाय (4.41%)
संख्या के आधार पर सर्वाधिक कमी:-
1. भेड़ 2. बकरी 3. ऊंट 4. सूअर
% के आधार पर सर्वाधिक कमी:-
1. गधा (71.31%) 2. खच्चर (60.33%) 3. सूअर (34.87%) 4. ऊंट (34.69%)
राजस्थान का पशु घनत्व:- 166
• सर्वाधिक:- 1. डूंगरपुर (433) 2. बांसवाड़ा (386)
3. दौसा (308) 4. जयपुर (208)
• सबसे कम:- 1. जैसलमेर (62) 2. बीकानेर (90)
3. बारां (110) 4. चुरू (117)
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आगे के नोट्स (प्रमुख पशु नस्लें, पशु प्रजनन केंद्र, डेयरी विकास, प्रमुख पशु मेलें...) सहित पूरी PDF टेलीग्राम ग्रुप DevEduNotes2 पर डाल दी गई है।
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