भारत वन स्थिति रिपोर्ट 2021
India state of forest report 2021• यह रिपोर्ट भारतीय वन सर्वेक्षण (FSI) - देहरादून (1981) द्वारा प्रत्येक 2 वर्ष में तैयार की जाती है।
FSI, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के अधीन आता है।
• जारीकर्ता - पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय।
• पहली रिपोर्ट 1987 में जारी की गई थी।
• पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव द्वारा 13 जनवरी 2022 को 17वीं भारत वन स्थिति रिपोर्ट जारी की गई।
• इस रिपोर्ट को जारी करने में भारतीय दूर संवेदी उपग्रह रिसोर्स सैट -2 से प्राप्त आंकड़ों का प्रयोग किया जाता है।
वनावरण या वन क्षेत्र या Forest cover
वह सभी भूमि जिसका क्षेत्रफल 1 हेक्टेयर से अधिक हो और वृक्ष घनत्व 10 % से अधिक हो वनावरण कहलाता है। भूमि का स्वामित्व व कानूनी दर्जा इसे प्रभावित नहीं करता है। यह आवश्यक नहीं है कि इस प्रकार की भूमि अभिलेखित वन में सम्मिलित हो।
वृक्षावरण या वृक्षों से आच्छादित क्षेत्र या Tree cover
इसमें अभिलेखित वन क्षेत्र के बाहर 1 हेक्टेयर से कम आकार के वृक्ष खंड आते हैं।
वृक्ष आवरण में सभी प्रकार के वृक्ष आते हैं, जिनमें छितरे हुए वृक्ष भी सम्मिलित हैं।
वह सभी भूमि जिसका क्षेत्रफल 1 हेक्टेयर से अधिक हो और वृक्ष घनत्व 10 % से अधिक हो वनावरण कहलाता है। भूमि का स्वामित्व व कानूनी दर्जा इसे प्रभावित नहीं करता है। यह आवश्यक नहीं है कि इस प्रकार की भूमि अभिलेखित वन में सम्मिलित हो।
वृक्षावरण या वृक्षों से आच्छादित क्षेत्र या Tree cover
इसमें अभिलेखित वन क्षेत्र के बाहर 1 हेक्टेयर से कम आकार के वृक्ष खंड आते हैं।
वृक्ष आवरण में सभी प्रकार के वृक्ष आते हैं, जिनमें छितरे हुए वृक्ष भी सम्मिलित हैं।
भारत वन स्थिति रिपोर्ट 2021 के अनुसार भारत का वृक्ष तथा वनावरण:-
वनावरण | ||
3,06,890 | ||
3,07,120 | ||
24.62% | ||
भारत में गैर-वन क्षेत्र है ? - 76.87%
वनावरण में सबसे ज्यादा वृद्धि खुले वनों में देखी गई है।
भारतीय वन स्थिति रिपोर्ट 2019 की तुलना में वृक्ष तथा वनावरण में कुल 2,261 वर्ग किमी की वृद्धि हुई है।
• वनावरण में 1540 वर्ग किमी की वृद्धि
• वृक्षावरण में 721 वर्ग किमी की वृद्धि
• वनावरण में 1540 वर्ग किमी की वृद्धि
• वृक्षावरण में 721 वर्ग किमी की वृद्धि
वर्ग किमी | वर्ग किमी | ||||
आंध्र प्रदेश | अरुणाचल प्रदेश | ||||
तेलंगाना | मणिपुर | ||||
ओडिशा | नगालैंड | ||||
मिजोरम | |||||
झारखंड | मेघालय |
क्षेत्रफल के आधार पर सर्वाधिक वन क्षेत्र | प्रतिशत के आधार पर सर्वाधिक वन | ||||
वर्ग किमी | |||||
1 | मध्य प्रदेश | 77,493 | 1 | मिजोरम | 84.53% |
2 | अरुणाचल प्रदेश | 66,431 | 2 | अरुणाचल प्रदेश | 79.33% |
3 | छत्तीसगढ़ | 55,717 | 3 | मेघालय | 76.00% |
4 | ओडिशा | 52,156 | 4 | मणिपुर | 74.34% |
5 | महाराष्ट्र | 50,798 | 5 | नगालैंड | 73.90% |
17 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों में 33% से अधिक भौगोलिक क्षेत्र वन आच्छादित है।
इन राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में से पांच राज्यों/ केंद्र शासित प्रदेशों जैसे लक्षद्वीप, मिजोरम, अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह, अरुणाचल प्रदेश और मेघालय में 75% से अधिक वन क्षेत्र हैं, जबकि 12 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों अर्थात् मणिपुर, नगालैंड, त्रिपुरा, गोवा, केरल, सिक्किम, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, दादरा एवं नगर हवेली और दमन एवं दीव,असम,ओडिशा में वन क्षेत्र 33 प्रतिशत से 75 प्रतिशत के बीच है।
वृक्षावरण:-
देश का कुल वृक्षावरण 95,748 वर्ग किमी है। (1212 वर्ग किमी. की वृद्धि)
देश का कुल वृक्षावरण 95,748 वर्ग किमी है। (1212 वर्ग किमी. की वृद्धि)
यह भारत के कुल भौगोलिक क्षेत्र का 2.91% है।
सर्वाधिक वृक्षावरण वाले राज्य
|
||
वर्ग किमी
|
||
1
|
महाराष्ट्र
|
12,108
|
2
|
राजस्थान
|
8,733
|
3
|
मध्य प्रदेश
|
8,054
|
4
|
कर्नाटक
|
7,494
|
5
|
उत्तर प्रदेश
|
7,421
|
वनों से बाहर वृक्षों Tree Outside Forest (TOF) का विस्तार:-
देश में वनों के बाहर वृक्षों का विस्तार 29.29 मिलियन हेक्टेयर है, जो भारत के कुल वन व वृक्षावरण का 36.18% है।
महाराष्ट्र | लक्षद्वीप | ||||
ओडिशा | केरल | ||||
कर्नाटक | गोवा | ||||
मैग्रौव वन:- समुद्र के आसपास का वन क्षेत्र।
कुल:- 4992 वर्ग किमी (देश के भौगोलिक क्षेत्रफल का 0.15%)
• इसमें 17 वर्ग किमी की वृद्धि हुई है।
कुल:- 4992 वर्ग किमी (देश के भौगोलिक क्षेत्रफल का 0.15%)
• इसमें 17 वर्ग किमी की वृद्धि हुई है।
मैंग्रोव आवरण में सर्वाधिक वृद्धि वाले राज्य:-
1. ओडिशा (8 वर्ग किमी. की वृद्धि)
2. महाराष्ट्र (4 वर्ग किमी. की वृद्धि)
3. कर्नाटक (3 वर्ग किमी. की वृद्धि)
1. ओडिशा (8 वर्ग किमी. की वृद्धि)
2. महाराष्ट्र (4 वर्ग किमी. की वृद्धि)
3. कर्नाटक (3 वर्ग किमी. की वृद्धि)
बांस क्षेत्र (Bamboo Bearing Area)
बांस के वन 53,336 मिलियन कल्म (तने) हो गए हैं।
कुल क्षेत्र:- 15 मिलियन हेक्टेयर।
सर्वाधिक बांस क्षेत्र वाला राज्य:- मध्य प्रदेश।
वनों की आग की स्थिति:-
46% वन क्षेत्र में आग लगने का खतरा है।
टाइगर रिजर्व, कॉरिडोर व शेर संरक्षित क्षेत्रों में वन आवरण:-
• भारत वन स्थिति रिपोर्ट 2021 में भारत के टाइगर रिजर्व, गलियारे एवं शेर संरक्षण क्षेत्र में वन आवरण के आकलन से संबंधित एक नया अध्याय सम्मिलित किया गया है।
• 2011-21 के बीच बाघ क्षेत्र के वनावरण में 22.62 वर्ग किमी की कमी आई है।
कुल 52 में से 20 टाइगर रिजर्व के वनावरण में वृद्धि जबकि 32 टाइगर रिजर्व के वनावरण में कमी हुई है।
• वनावरण में सर्वाधिक वृद्धि वाले टाइगर रिजर्व:-
1. बक्सा (पश्चिम बंगाल)
2. अन्नामलाई (तमिलनाडु)
3. इंद्रावती (छत्तीसगढ़)
• वनावरण में सर्वाधिक कमी वाले टाइगर रिजर्व:-
1. कवल टाइगर रिजर्व (तेलंगाना)
2. भादरा
3. सुंदरबन।
भारत का नवीनतम (52वां) टाइगर रिजर्व - रामगढ़ विषधारी (बूंदी, राजस्थान)
विस्तार की दृष्टि से सबसे बड़ा टाइगर रिजर्व - नागार्जुन सागर श्रीसेलम (आंध्र प्रदेश)
सबसे छोटा टाइगर रिजर्व - ओरांग टाइगर रिजर्व (असम)
कार्बन स्टॉक:-
• कुल कार्बन स्टॉक 7,204 मिलियन टन अनुमानित है।
• 2019 के अंतिम आकलन की तुलना में देश के कार्बन स्टॉक में 79.4 मिलियन टन की वृद्धि हुई है।
• कार्बन स्टॉक में वार्षिक वृद्धि 39.7 मिलियन टन है।
• देश में सर्वाधिक कार्बन स्टॉक:- अरूणाचल प्रदेश।
अन्य विशेषता:-
• इस रिपोर्ट में एक नया अध्याय जोड़ा गया है, जिसमें 'जमीन से ऊपर बायोमास' का अनुमान किया गया है।
• बिट्स पिलानी के गोवा कैंपस के सहयोग से 'भारतीय वनों में जलवायु परिवर्तन हॉटस्पॉट की मैपिंग' पर आधारित एक अध्ययन किया गया है।
किसी भी प्रकार की अपडेट के लिए वेबसाइट DevEduNotes.com देखें।
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