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टोक्यो पैरालंपिक 2020

 
Tokyo 2020 Paralympic Games


टोक्यो पैरालंपिक 2020


16वें पैरालिंपिक खेल 24 अगस्त 2021 से 5 सितंबर 2021 तक जापान की राजधानी टोक्यो में आयोजित किए जा रहे हैं।
पैरालिंपिक खेल 57 वर्षों के बाद टोक्यो में फिर से आयोजित हो रहे हैं, जिससे जापान की राजधानी दो बार इन खेलों की मेजबानी करने वाला पहला शहर बन गया है। 
यह अब तक का सबसे बड़ा पैरालंपिक गेम्स है, जिसमें 162/163 देशों के खिलाड़ियों ने भाग लिया।
22 खेलों में 539 स्पर्धा आयोजित की गई।
अंतर्राष्ट्रीय पैरालिंपिक समिति के अध्यक्ष - एंड्रयू पार्सन्स।
जापान के सम्राट - नारूहितो।

टोक्यो पैरा ओलंपिक का शुभंकर - सोमाइटी (Someity)
• टोक्यो ओलंपिक एवं पैरा ओलंपिक का ध्येय वाक्य - United by emotion.

इस बार 5 देशों ने पैरालम्पिक में पहली बार भाग लिया है। (भूटान, मालदीव, ग्रेनाडा, पराग्वे, सेंट विंसेंट और ग्रेनाडिनेस)

टोक्यो पैरालंपिक में भारत के 54 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। इनमें से 6 खिलाड़ी राजस्थान के है।
• उद्घाटन समारोह में भारतीय ध्वजवाहक - टेकचंद (शॉटपुट खिलाड़ी)
पहले उद्घाटन समारोह में ध्वजवाहक के रूप में मरियप्पन थंगावेलू का नाम प्रस्तावित था परंतु कोविड संबंधी प्रोटोकॉल के चलते टेकचंद को भारतीय ध्वजवाहक बनाया गया।
समापन समारोह में राजस्थान की अवनी लेखरा भारतीय ध्वजवाहक बनी।


टोक्यो पैरालंपिक में राजस्थान के खिलाड़ी

1. अवनी लेखरा - पैरा निशानेबाज (जयपुर)
2. श्याम सुंदर स्वामी - पैरा कंपाउंड तीरंदाज (भोलासर गांव, कोलायत तहसील, बीकानेर)
3. कृष्णा नागर (जयपुर) - बैडमिंटन
4. सुंदर गुर्जर - जैवलिन थ्रो (करौली)
2019 में अर्जुन अवार्ड मिला।
5. देवेंद्र झाझरिया - जैवलिन थ्रो (चुरू)
एथेंस पैरालंपिक 2004, रियो पैरालंपिक 2016 में स्वर्ण पदक जीता।
देवेंद्र झाझरिया को अर्जुन अवार्ड, राजीव गांधी खेल रत्न और पद्मश्री मिल चुका है।
6. संदीप चौधरी - जैवलिन थ्रो (खेतड़ी, झुंझुनू)

पदक विजेता:-
1. भाविनाबेन पटेल (गुजरात) - टेबल टेनिस में रजत पदक।
भारत के लिए टोक्यो पैरालंपिक में पहला मेडल भाविनाबेन पटेल ने जीता।
भाविनाबेन पटेल टेबल टेनिस में पदक जीतने वाली भारत की पहली महिला बनी है।
2. निषाद कुमार (ऊना, हिमाचल प्रदेश) - ऊंची कूद (T47) में रजत पदक।
3. सुमित अंतिल (हरियाणा) - जैवलिन थ्रो (F64 वर्ग) में स्वर्ण पदक।
4. अवनि लेखरा (राजस्थान) - 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग SH1 में स्वर्ण पदक।
अवनी लेखरा पैरालंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारत की पहली महिला बनी है।
5. देवेंद्र झाझरिया (राजस्थान) - जैवलिन थ्रो (F46 वर्ग) में रजत पदक।
6. सुंदर सिंह गुर्जर (राजस्थान) - जैवलिन थ्रो (F46 वर्ग) में कांस्य पदक।
7. योगेश कथुनिया (नई दिल्ली) - जैवलिन थ्रो (F56 वर्ग) में रजत पदक।
8. मरियप्पन थंगावेलू (तमिलनाडु) - ऊंची कूद (टी42) में रजत पदक।
थंगावेलू ने रियो पैरालंपिक 2016 में स्वर्ण पदक जीता था।
9. शरद कुमार (बिहार) - ऊंची कूद (टी42) में कांस्य पदक।
10. सिंहराज अधाना (हरियाणा) - 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग SH1 में कांस्य पदक।
11. प्रवीण कुमार (नोएडा, यूपी) - ऊंची कूद (टी44) में रजत पदक।
12. अवनि लेखरा (राजस्थान) - 50 मीटर एयर राइफल में कांस्य पदक।
एक ही ओलंपिक में दो मेडल जीतने वाली अवनी पहली भारतीय महिला खिलाड़ी है।
13. हरविंदर सिंह (हरियाणा) - तीरंदाजी में कांस्य पदक।
यह भारत का पैरा तीरंदाजी में पहला पदक है।
14. मनीष नरवाल (हरियाणा) - 50 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग SH1 में स्वर्ण पदक।
15. सिंहराज अधाना (हरियाणा) - 50 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग SH1 में रजत पदक।
16. प्रमोद भगत (ओडिशा) - बैडमिंटन में स्वर्ण पदक।
17. मनोज सरकार (उत्तराखंड) - बैडमिंटन में कांस्य पदक।
18. सुहास यथिराज (नोएडा के डीएम) - बैडमिंटन में रजत पदक।
सुहास यथिराज का राज्य - कर्नाटक।
सुहास पैरालंपिक में पदक जीतने वाले पहले आईएएस ऑफिसर बने है।
19. कृष्णा नागर (राजस्थान) - बैडमिंटन में स्वर्ण पदक।

NOTE:- विनोद कुमार ने डिस्कस थ्रो में कांस्य पदक जीता लेकिन कैटेगरी संबंधित गड़बड़ी के कारण उन्हें अपना पदक वापस लौटाना पड़ेगा।

NOTE:- भारतीय खिलाड़ियों ने पैरालंपिक में 5 स्वर्ण पदक, 8 रजत पदक और 6 कांस्य पदक जीते हैं। (कुल 19 मेडल)

साराह स्टोरी पैरागेम्स की सबसे सफल ब्रिटिश महिला बनी है।

टोक्यो पैरालंपिक की पदक तालिका

 स्थान
 देश
 स्वर्ण
 रजत
कांस्य
 1
चीन (207)
 96
 60
 51
 2
ग्रेट ब्रिटेन
 41
 38
 45
 3
 अमेरिका
 37
 36
 31
 4
 रूस
 36
 33
 49
 24वां स्थान
 भारत
 5
 8
 6


पैरालंपिक खेलों का इतिहास

द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान एक बड़ी संख्या में सैनिक दिव्यांग हो गए। ऐसे में चैलेंज था कि ऐसा क्या किया जाए कि उनका जीवन पटरी पर लौट सके।
इसी दिशा मे साल 1944 में ब्रिटिश सरकार के अनुरोध पर स्टोक मानडेविल अस्पताल के नियोरोलोजिस्ट सर गुडविंग गुट्टमान ने एक जगह सुनिश्चित की, जहां इन घायल जवानों की देखभाल शुरु हुई. बाद में उन्होंने पाया कि सैनिकों के रिहेबिलेशन में खेल मददगार हो सकते हैं और इस तरह मनोरंजन के लिए खेले जाने वाले ये खेल प्रतिस्पर्धी खेल में विकसित हो गए।
शुरुआत में इसे अंतरराष्ट्रीय व्हीलचेयर गेम्स के नाम से जाना जाता था।
• आधिकारिक रूप से पहले पैरालंपिक खेल 1960 में रोम में शुरू हुए।
• 1988 में इन्हें वर्तमान नाम पैरालंपिक दिया गया।

पैरालंपिक खेलों में भारत की भागीदारी

भारत ने पहली बार 1968 के पैरालंपिक खेलों में भाग लिया।
1972 के पैरालंपिक खेलों में मुरलीकांत पेटकर ने भारत को पहला पदक दिलाया।
• 1984 से भारत पैरालंपिक खेलों में लगातार भाग ले रहा है।
• भारत ने रियो पैरालंपिक 2016 तक 12 पदक जीते एवं टोक्यो ओलंपिक 2020 में 19 और पदक जीत लिए। (कुल 31 पदक)
पदक विजेता:-
ओलंपिक
 पदक
 खेल
 विजेता
हैडिलबर्ग 1972
 स्वर्ण पदक
 तैराकी
 मुरलीकांत पेटकर
न्यूयॉर्क 1984
 रजत पदक
कांस्य पदक
रजत पदक
कांस्य पदक
भाला फेंक
भाला फेंक
गोला फेंक
तश्तरी फेंक
भीमराव केसरकर
जोगिंदर सिंह बेदी
जोगिंदर सिंह बेदी
जोगिंदर सिंह बेदी
 एथेंस 2004
स्वर्ण पदक
कांस्य पदक
भाला फेंक
भारोत्तोलन
देवेंद्र सिंह झाझरिया
राजेंद्र कुमार
 लंदन 2012
रजत पदक
 ऊंची कूद
 H.N. गिरिशा
 रियो 2016
स्वर्ण पदक
स्वर्ण पदक
रजत पदक
कांस्य पदक
भाला फेंक
ऊंची कूद
गोला फेंक
ऊंची कूद
देवेंद्र सिंह झाझरिया
मरियप्पन थंगावेलू
दीपा मलिक
वरुण सिंह


 टोक्यो 2020
 
 
 

नोट:- अगले पैरालंपिक खेलों का आयोजन 2024 में पेरिस में, 2028 में लास एंजेलिस 2032 में ऑस्ट्रेलिया के ब्रिस्बेन शहर में होगा।

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