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अंतर्राष्ट्रीय संबंध मई 2021

       International relation 2021


अंतर्राष्ट्रीय संबंध मई 2021

International relation may 2021

उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (North Atlantic Treaty Organization-NATO) ने संयुक्त राज्य अमेरिका और अन्य देशों के साथ अल्बानिया में संयुक्त सैन्य अभ्यास "डिफेंडर-यूरोप 21" शुरू किया है।

हाल ही किस देश ने भारत को 6 P-8i समुद्री निगरानी विमान की बिक्री को मंजूरी दी है ? - अमेरिका

ऑपरेशन समुद्र सेतु II
भारतीय नौसेना ने ऑक्सीजन आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए चलाये जा रहे राष्ट्रीय मिशन को आगे बढ़ाते हुए 1 मई, 2021 को ‘ऑपरेशन समुद्र सेतु II’ लॉन्च किया है।
ऑपरेशन समुद्र सेतु II के हिस्से के रूप में सात भारतीय नौसेना जहाजों आईएनएस कोलकाता, आईएनएस कोच्चि, आईएनएस तलवार, आईएनएस टाबर, आईएनएस त्रिकंद, आईएनएस जलश्व तथा आईएनएस ऐरावत को विभिन्न देशों से तरल चिकित्सा ऑॅक्सीजन युक्त क्रायोजेनिक कंटेनर्स और संबंधित चिकित्सा उपकरणों के पोत लदान के लिए तैनात किया गया है।
नौसेना द्वारा ‘ऑॅपरेशन समुद्र सेतु’ पिछले वर्ष आरंभ किया गया था और कोविड-19 के प्रकोप के बीच पड़ोसी देशों में फंसे लगभग 4000 भारतीय नागरिकों को सफलतापूर्वक भारत वापस लाया गया था।

भारत और रूस दोनों देशों के बीच विदेश और रक्षा मंत्री स्तर पर '2 + 2 मंत्रिस्तरीय संवाद (2+2 Ministerial Dialogue)' स्थापित करने पर सहमत हुए हैं।
• रूस चौथा देश और पहला गैर-क्वाड सदस्य देश है, जिसके साथ भारत ने '2 + 2 मंत्रिस्तरीय संवाद' तंत्र स्थापित किया है।

म्यांमार संकट पर आसियान पहल
भारत सरकार ने 24 अप्रैल, 2021 को ‘म्यांमार संकट पर आसियान पहल’ का स्वागत किया है।
आसियान (ASEAN) देशों ने म्यांमार संकट पर पांच सूत्रीय बयान जारी किया है।
• म्यांमार में हिंसा पर तत्काल रोक लगेगी और सभी दल अत्यंत संयम बरतेंगे।
• संबंधित सभी पक्षों के बीच रचनात्मक बातचीत से देश के लोगों के हितों में एक शांतिपूर्ण समाधान की तलाश शुरू होगी।
• आसियान अध्यक्ष के विशेष दूत आसियान के महासचिव की सहायता से संवाद प्रक्रिया की मध्यस्थता की सुविधा प्रदान करेंगे।
• आसियान म्यांमार को मानवीय सहायता प्रदान करेगा।
• विशेष दूत और प्रतिनिधिमंडल, संबंधित सभी पक्षों के साथ मुलाकात के लिए म्यांमार जाएंगे।
ज्ञात हो कि फरवरी 2021 में म्यांमार की सेना ने आंग सान सू की (Aung San Suu Kyi) के नेतृत्व वाली सरकार को बर्खास्त कर दिया था।
म्यांमार 10 देशों के समूह आसियान का सदस्य है। आसियान की स्थापना 1967 में हुई थी, इसका मुख्यालय जकार्ता, इंडोनेशिया में है।

भारत ब्रिटेन के बीच वर्चुअल शिखर वार्ता
4 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के बीच वर्चुअल शिखर वार्ता हुई।
• दोनों देशों के बीच 10 वर्षों का महत्वाकांक्षी रोडमैप तैयार किया गया है। यह रोडमैपदोनों देशों के मौजूदा द्विपक्षीय कारोबार को दोगुना करेगा, भारत के पढ़े लिखे व प्रशिक्षित पेशेवरों के लिए ब्रिटेन के दरवाजे और खोलेगा।
• भारत ने ब्रिटेन को समग्र रणनीतिक साझेदार का दर्जा दिया है।
• दोनों देशों के बीच 9 समझौतों पर भी हस्ताक्षर किए गए।

भारत, इजराइल व यूएई ने सौर ऊर्जा के क्षेत्र में एक त्रिपक्षीय समझौता किया है।

भारतीय और इंडोनेशियाई नौसेनाओं ने अरब सागर में पैसेज युद्धाभ्यास (PASSEX) का आयोजन किया है।

इजरायल और फिलीस्तीन
हाल ही अल अक्सा मस्जिद में झड़प के बाद इजरायल और फिलीस्तीन के बीच तनाव और भड़क गया है। हिंसक झड़प से शुरू हुआ विवाद अब रॉकेट हमलों तक पहुंच गया है।
मौजूदा विवाद की वजह क्या है?
इसकी वजह पूर्वी यरूशलम के शेख जर्राह डिस्ट्रिक्ट से फिलीस्तीनी परिवारों को बाहर निकालना है। यहां यहूदी सेटलर्स को बसाने की योजना बनाई गई है। फिलीस्तीनी लोग इसी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
दोनों देशों के बीच असली विवाद क्या है?
1947 में यूएन ने दो देशों की योजना बनाई- इजरायल और फिलीस्तीन। यरूशलम को यूएन प्रशासित रखा गया। इसी बीच युद्ध छिड़ गया और ज्यादातर इलाके पर इजरायल ने कब्जा कर लिया। उसी की लड़ाई है।
यरूशलम को लेकर विवाद क्यों है?
यरूशलम लड़ाई का धार्मिक पहलू है, जो बाद में जुड़ा। यह इस्लाम की तीसरी सबसे पवित्र जगह है। वहीं टेम्पल माउंट की पश्चिमी दीवार यहूदियों की सबसे पवित्र जगह है। ईसाई भी इसे पवित्र शहर मानते हैं।
ओल्ड सिटी क्या है, जहां ज्यादातर विवाद हो रहा है?
यह यरूशलम का पुराना शहर है और चार हिस्सों में बंटा है। ये 4 क्वार्टर ईसाई, यहूदी, मुसलमानों और आर्मेनियाई लोगों के हैं। चूंकि आर्मेनियाई भी ईसाई ही हैं, तो ज्यादा हिस्सा ईसाई धर्म से प्रभावित है।
दोनों के बीच बातचीत और शांति क्यों नहीं स्थापित हो पा रही है?
इसमें दो दिक्कतें हैं -
1. इजरायल यरूशलम के बड़े हिस्से को छोड़ेगा नहीं।
2. इजरायल बनने के बाद 7 लाख फिलीस्तीनी रिफ्यूजी हो गए। ये 70 लाख हो चुके हैं। ये आ गए तो यहूदी अपने ही देश में अल्पसंख्यक हो जाएंगे। इससे फिर धर्मयुद्ध छिड़ने का डर है।

दशकों बाद चीन की जनसंख्या में कम बढ़ोतरी
बीजिंग में राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो (एनबीएस) द्वारा 11 मई, 2021 को जारी सातवीं जनगणना के अनुसार 2020 में जनसंख्या पिछले एक दशक में 72 मिलियन बढ़कर 1.411 अरब हो गई।

भारत-इजरायल ने कृषि में सहयोग के लिए 3 साल के कार्यक्रम पर हस्ताक्षर किए हैं।

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