चुनाव आयोग द्वारा 25 सितंबर 2020 को बिहार विधानसभा की 243 सीटों के लिए तीन चरण में चुनाव की घोषणा की गई।
पहला चरण - 28 अक्टूबर 2020 - 71 विधानसभा क्षेत्र
दूसरा चरण - 3 नवंबर 2020 - 94 विधानसभा क्षेत्र
तीसरा चरण - 7 नवंबर 2020 - 78 विधान सभा क्षेत्र
• मतगणना 10 नवंबर को की गई।
अंतिम परिणाम 11 नवंबर 2020 को घोषित किया गया।
• एनडीए गठबंधन ने 125 सीटें जीती।
(BJP 74, JDU 43, VIP 4, HAM 4 = 125)
• महागठबंधन ने 110 सीटें जीती।
(RJD 75, Congress 19, Left 16 = 110)
• अन्य पार्टियों तथा निर्दलीय ने 8 सीटें जीती।
(AIMIM 5, BSP 1, LJP 1 & निर्दलीय 1= 8 )
सातवीं बार बिहार के सीएम बने नीतीश कुमार
नीतीश कुमार ने 16 नवंबर 2020 को सातवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। (लगातार चौथी बार)
• राजभवन के राजेंद्र मंडप में आयोजित समारोह में राज्यपाल फागू चौहान ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
पहली बार - 3 मार्च 2000 से 10 मार्च 2000 तक
दूसरी बार - 24 नवंबर 2005 से 24 नवंबर 2010 तक
तीसरी बार - 26 नवंबर 2010 से 17 मई 2014 तक
चौथी बार - 22 फरवरी 2015 से 19 नवंबर 2015 तक
पांचवी बार - 20 नवंबर 2015 से 26 जुलाई 2017 तक
छठी बार - 27 जुलाई 2017 से 15 नवंबर 2020 तक
सातवीं बार - 16 नवंबर 2020 से सातवां कार्यकाल जारी
नीतीश कुमार ने राष्ट्रीय स्तर पर सबसे ज्यादा बार मुख्यमंत्री बनने के प्रताप सिंह राणे के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है।
प्रताप सिंह राणे 1980 से 2007 के बीच अलग-अलग समय में गोवा के 7 बार मुख्यमंत्री बने थे।
• सबसे लंबी अवधि तक मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड पवन चामलिंग के पास है।
सबसे अधिक समय तक रहे मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री
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राज्य
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अवधि
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पवन चामलिंग
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सिक्किम
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23 वर्ष 4 महीने 18 दिन
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ज्योति बसु
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बंगाल
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23 वर्ष 4 महीने 7 दिन
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जियांग अपांग
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अरुणाचल प्रदेश
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22 वर्ष 7 महीने
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मानिक सरकार
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त्रिपुरा
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20 वर्ष
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बिहार में पहली बार दो उपमुख्यमंत्री
भाजपा के तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
बिहार में पहली बार दो उपमुख्यमंत्री बनाए गए है।
रेणु देवी बिहार की पहली महिला उपमुख्यमंत्री बनी है।
• जदयू के 6, भाजपा के 7, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के एक तथा विकासशील इंसान पार्टी (वीआइपी) के एक मंत्री ने पद व गोपनीयता की शपथ ली।
15 मंत्रियों में 9 ऐसे हैं, जो पहली बार मंत्री बने है।
15 मंत्रियों में अल्पसंख्यक समाज का प्रतिनिधित्व नहीं है।
जदयू के 6 मंत्री
1. नीतीश कुमार (मुख्यमंत्री)
2. विजय चौधरी
3. बिजेंद्र प्रसाद यादव
4. अशोक चौधरी (फिलहाल किसी सदन के सदस्य नहीं)
5. मेवालाल चौधरी
6. शीला कुमारी
भाजपा के 7 मंत्री
1. तारकिशोर प्रसाद (उपमुख्यमंत्री)
2. रेणु देवी (उपमुख्यमंत्री)
3. मंगल पांडेय
4. अमरेंद्र प्रताप सिंह
5. रामप्रीत पासवान
6. जीवेश कुमार
7. रामसूरत राय
हम का मंत्री - जीतन राम मांझी के पुत्र संतोष सुमन। (विधान पार्षद)
वीआइपी का मंत्री - मुकेश सहनी (फिलहाल किसी सदन के सदस्य नहीं)
तारकिशोर प्रसाद कटिहार से चौथी बार विधायक निर्वाचित हुए है।
रेणु देवी बेतिया से पांचवी बार विधायक निर्वाचित हुई है।
प्रश्न.रेणु देवी का विधानसभा क्षेत्र है ? - बेतिया
प्रश्न.बिहार की पहली महिला उपमुख्यमंत्री कौन बनी है ? - रेणु देवी
प्रोटेम स्पीकर
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को प्रोटेम स्पीकर बनाया गया है।
मांझी 23 नवंबर से प्रारंभ हो रहा है विधानमंडल सत्र के दौरान विधानसभा के नए सदस्यों (विधायकों) को शपथ दिलाने के साथ ही विधानसभा के नए अध्यक्ष (स्पीकर) के चयन की प्रक्रिया भी पूरी कराएंगे।
प्रश्न.प्रोटेम स्पीकर को शपथ कौन दिलाता है ? - राज्यपाल
एनडीए के जीतने का प्रमुख कारण
एनडीए के जीतने का प्रमुख कारण महिला मतदाता रही।
जहां 54.7% पुरुषों ने मतदान किया, वहीं 59.9% महिलाओं ने मतदान किया।
पहले चरण में महिला मतदान प्रतिशत कम रहा। इसमें एनडीए की सीटें भी कम रही।
परंतु दूसरे और तीसरे चरण में महिला मतदान प्रतिशत अधिक रहा और एनडीए की सीटें भी ज्यादा रही।
पिछले 15 वर्षों में एनडीए सरकार ने महिला केंद्रित कई योजनाएं लागू की है -
1. बालिका पोशाक योजना
2. बालिका साइकिल योजना
• पंचायतों में महिलाओं के लिए सीट आरक्षित करके सरकार ने उनकी राजनीतिक भागीदारी को सुनिश्चित किया।
• महिलाओं के स्वयं सहायता समूह को प्रोत्साहित किया और नौकरियों में भी महिलाओं को आरक्षण दिया गया।
• शराब के कारण हो रही घरेलू हिंसा के विरुद्ध महिलाओं ने पूरे राज्य में आंदोलन किया जिसके बाद सरकार ने राज्य में पूर्ण शराबबंदी लागू कर दी।
• सरकार ने दहेज प्रथा और बाल विवाह को लेकर भी कार्य शुरू किया।
• अपने "सात निश्चय" के माध्यम से भी महिला विरोधी सामाजिक कुरीतियों को खत्म करने को लेकर लोगों में जागरूकता बढ़ाने की कोशिश की।
• 2016 में सरकार ने मातृत्व अवकाश की अवधि को बढ़ाने का कार्य किया और इसे सरकारी क्षेत्र के साथ-साथ निजी क्षेत्र में भी लागू किया गया।
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना, सुकन्या समृद्धि योजना, उज्जवला योजना, मुद्रा योजना, प्रधानमंत्री जनधन योजना और सेना में महिलाओं को स्थाई कमीशन का प्रावधान ने भी महिला मतदाताओं को एनडीए की तरफ आकर्षित किया।
बिहार मंत्रिमंडल में विभागों का बंटवारा
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नेता
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विभाग
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1
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नीतीश कुमार (मुख्यमंत्री)
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ग्रह, सामान्य प्रशासन, मंत्रिमंडल सचिवालय, निगरानी और निर्वाचन विभाग के साथ-साथ वे सभी विभाग जो किसी को आवंटित नहीं किए गए हैं।
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2
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तारकिशोर प्रसाद (उपमुख्यमंत्री)
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वित्त, वाणिज्य कर, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन तथा आपदा प्रबंधन, सूचना प्रौद्योगिकी तथा नगर विकास।
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3
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रेणु देवी (उपमुख्यमंत्री)
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पंचायती राज, पिछड़ा एवं अत्यंत पिछड़ा कल्याण तथा उद्योग विभाग।
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4
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विजय चौधरी
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ग्रामीण कार्य, ग्रामीण विकास, जल संसाधन, सूचना-जनसंपर्क तथा संसदीय कार्य।
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5
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बिजेंद्र यादव
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ऊर्जा, मद्य निषेध, योजना और खाद्य तथा उपभोक्ता मामलें।
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6 | अशोक चौधरी
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भवन निर्माण, समाज कल्याण, अल्पसंख्यक एवं विज्ञान प्रौद्योगिकी।
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7
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मेवालाल चौधरी
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शिक्षा विभाग
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8
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शीला कुमारी
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परिवहन मंत्रालय
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9
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मंगल पांडेय
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स्वास्थ्य, कला एवं संस्कृति तथा पथ निर्माण विभाग।
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10 | अमरेंद्र प्रताप
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कृषि, सहकारिता और गन्ना विभाग।
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11
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रामप्रीत पासवान
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लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग।
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12
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जीवेश कुमार
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पर्यटन, श्रम और खनन मंत्री।
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13
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रामसूरत राय
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राजस्व एवं विधि विभाग।
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14
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संतोष सुमन
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लघु जल संसाधन, अनुसूचित जाति/जनजाति कल्याण मंत्रालय।
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15
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मुकेश सहनी
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पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्रालय।
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नोट - बिहार के शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी ने 19 नवंबर को इस्तीफा दे दिया है। अब बिहार में कुल मंत्रियों की संख्या 14 रह गई है।
भाजपा के विजय कुमार सिन्हा बिहार विधानसभा के अध्यक्ष बने है।
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