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भारत-अमेरिका तीसरी टू प्लस टू वार्ता

 
भारत और अमेरिका टू प्लस टू वार्ता




भारत और अमेरिका तीसरी टू प्लस टू वार्ता

27 अक्टूबर 2020 को नई दिल्ली में भारत-अमेरिका के विदेश एवं रक्षा मंत्रियों के बीच तीसरी टू प्लस टू वार्ता आयोजित की गई।
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपियो तथा रक्षा मंत्री मार्क एस्पर ने भारत वार्ता में भाग लिया।

• दोनों देशों के बीच पांच समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए -
1. बेका (बेसिक एक्सचेंज एंड कोऑपरेशन एग्रीमेंट)
2. अर्थ साइंस पर तकनीकी पर एमओयू
3. परमाणु सहयोग में इजाफे का एग्रीमेंट
4. पोस्टल सर्विस से जुड़ा समझौता
5. आयुर्वेद और कैंसर रिसर्च में साझेदारी
• टू प्लस टू वार्ता में दोनों देशों के विदेश और रक्षा मंत्री भाग लेते हैं। 
पहली वार्ता 6 सितंबर 2018 को, दूसरी दिसंबर 2019 को आयोजित की गई।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच वर्ष 2017 में हुई मुलाकात के दौरान दोनों देशों के बीच टू प्लस टू वार्ता के आयोजन का ऐलान किया गया।

बेका (बेसिक एक्सचेंज एंड कोऑपरेशन एग्रीमेंट)
ऐतिहासिक बुनियादी आदान-प्रदान और सहयोग समझौते (Basic Exchange and Cooperation Agreement on geospatial cooperation-BECA) पर हस्ताक्षर किए गए।
इसके तहत भारत और अमेरिका सैनिक सूचनाएं जैसे नक्शे, समुद्री, जियो फिजिक्स, जिओ मैग्नेटिक और ग्रेविटी डेटा आदि को साझा करेंगे।
यह समझौता क्रूज और बैलेस्टिक मिसाइलों को सही स्थान पर तैनात करने के लिए भारत को अमेरिका के वैश्विक भू-स्थानिक मानचित्रों के उपयोग की अनुमति प्रदान करता है।

वार्ता के बाद जारी संयुक्त बयान की मुख्य बातें -
• पाकिस्तान को आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करने को कहा।
• हिंद-प्रशांत क्षेत्र में सैन्य सहयोग बढ़ेगा, दूसरे देशों को भी शामिल करेंगे।
• हिंद महासागर में भारत के सूचना केंद्र में अमेरिकी नौसेना अधिकारी नियुक्त होंगे।
• 2021 के अंत में मिलिट्री कोऑपरेशन ग्रुप की बैठक आयोजित की जाएगी।
• भविष्य की महामारियों से मुकाबले के लिए दोनों देशों के बीच समझौता किया जाएगा।
• सप्लाई चेन के मौजूदा वैश्विक ढांचे का मिलकर विकल्प खोजेंगे।
• दोनों देशों ने ग्लोबल सेंटर फॉर न्यूक्लियर एनर्जी पार्टनरशिप (GCNEP) में सहयोग से जुड़े सहमति पत्र की अवधि बढ़ाने की भी घोषणा की है। यह हरियाणा में एक शोध एवं विकास संस्थान है।
• अमेरिका एनएसजी में भारत की सदस्यता का समर्थन करता रहेगा।

नाभिकीय आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी)
NSG = Nuclear Supplier Group.
स्थापना - 1974 ईस्वी
सदस्य - 48
यह नाभिकीय सामग्री तथा नाभिकीय तकनीक के निर्यात को नियंत्रित करता है।

महत्त्व :- 
यह वार्ता ऐसे समय में हुई है, जब भारत का पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन के साथ विवाद चल रहा है।
साथ ही अमेरिका व्यापार शुल्क, कोरोनावायरस के प्रसार व सामरिक आदि मुद्दों को लेकर चीन से नाराज है।
ऐसी परिस्थितियों में भारत और अमेरिका के संबंधों की प्रगाढ़ता वैश्विक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है।

नोट - भारत, ऑस्ट्रेलिया और जापान के साथ भी टू प्लस टू वार्ता आयोजित करता है।

टू प्लस टू वार्ता की शुरूआत वर्षों पहले जापान द्वारा की गई।
अमेरिका, फ्रांस, रूस व ऑस्ट्रेलिया के साथ जापान ऐसी वार्ताएं करता रहा है।
• भारत-जापान के बीच पहली टू प्लस टू वार्ता 2019 में की गई।

नोट -  भारत और यूएसए के मध्य रक्षा क्षेत्र में 4 मूलभूत समझौते किए जा चुके है -

1. General security of military information agreement (GSMIA)
2002 में समझौता संपन्न
सैन्य सूचनाओं की सुरक्षा हेतु समझौता

2. Logistics  exchange  memorandum of agreement (LEMOA)
2016 में संपन्न।
इसके माध्यम से दोनों देशों की सेनाएं एक-दूसरे के सैन्य अड्डों का प्रयोग कर सकती है।  जैसे -  ईधन प्राप्त करने के लिए, मरम्मत के लिए, आपदा प्रबंधन, खोज व बचाव कार्यक्रम हेतु।

3. कॉमकासा - 2018 में टू प्लस टू वार्ता के दौरान।
इससे अमेरिका भारत को आधुनिक इंक्रिप्टेड संचार उपकरण और सिस्टम दे सकता है, ताकि अमेरिकी और भारतीय विमान व जहाज सुरक्षित नेटवर्क के जरिए संपर्क कर सकें।

4. बेसिक एक्सचेंज एंड कोऑपरेशन एग्रीमेंट (BECA)
2020 में टू प्लस टू वार्ता के दौरान।

• अमेरिका द्वारा भारतीय नौसेना की जरूरतों के लिए एफ-18 नौसैनिक युद्धक विमान देने का प्रस्ताव किया गया है।
• भारतीय नौसेना को मानवरहित विमान सी गार्जियन भी देने का प्रस्ताव किया है।

नोट - वर्तमान में यूएसए से किए गए रक्षा आयात निम्न हैं - 
सी 130 जे हरक्यूलिस एयरक्राफ्ट, 
C-17 ग्लोबमास्टर, 
अपाचे, चिनूक, 
P-8i पोसिडेन

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