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राजस्थान की प्रमुख योजनाएं। राजस्थान सरकार की योजनाएं 2018

राजस्थान करंट अफेयर्स



राजस्थान सरकार की योजनाएं 2018

राष्ट्रीय पोषण मिशन
प्रधानमंत्री नन्द्र मोदी ने 8 मार्च 2018 को राजस्थान के झुंझुनू में राष्ट्रीय पोषण मिशन का शुभारंभ किया।
राष्ट्रीय पोषण मिशन का लक्ष्य 0-6 आयु वर्ग के बच्चों में बौनापन,  आवश्यकता से कम पोषणखून की कमी और जन्म के वक्त कम वजन को क्रमश: 2 फीसदी2 फीसदी3 फीसदी और 2 फीसदी तक कम करना है।



कैंसर आउट अभियान
11 मई 2018 को मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने एसएमएस स्टेडियम जयपुर में कैंसर के प्रति लोगों में जागरूकता लाने के लिए कैंसर आउट अभियान का शुभारंभ किया।
इस दौरान राजस्थान रॉयल्स ने चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ गुलाबी जर्सी पहनकर आईपीएल मैच खेला।


प्रत्येक वर्ष 4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है।


भैरोसिंह शेखावत अंत्योदय स्वरोजगार योजना
इस योजना का शुभारंभ राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा जयपुर में 13 मई 2018 को किया गया।
इस योजना के तहत अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और अति पिछड़ा वर्ग के परिवारों को उनके जीविकोपार्जन हेतु रुपए 50,000 तक का ऋण 4% ब्याज दर पर उपलब्ध कराया जाएगा।

सुंदर सिंह भंडारी ईबीसी स्वरोजगार योजना
इस योजना का शुभारंभ राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा जयपुर में 13 मई 2018 को किया। इस योजना के तहत सामान्य वर्ग के आर्थिक रूप से पिछड़े परिवारों को उनके जीवकोपार्जन के लिए रुपए 50,000 तक का ऋण 4% ब्याज दर पर उपलब्ध कराया जाएगा।

भामाशाह डिजिटल योजना
4 सितंबर 2018 को वसुंधरा राजे द्वारा घोषणा की गई।
भामाशाह कार्ड धारकों को सरकार ₹1000 की वित्तीय सहायता देगी।
पहली किस्त- 500 रुपए मोबाइल खरीदने हेतु।
दूसरी किस्त- 500 रुपए इंटरनेट हेतु।

मुख्यमंत्री अमृत आहार योजना
 6 अक्टूबर 2018 को वसुंधरा राजे द्वारा शुरू की गई।
इस योजना के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत (Registered) 3 से 6 वर्ष तक के बच्चों, किशोरियों व गर्भवती महिलाओं को सप्ताह में 3 दिन दूध दिया जाएगा।
प्रतिदिन बच्चों को 15 ग्राम मिल्क पाउडर एवं गर्भवती महिलाओं को 19 ग्राम मिल्क पाउडर मिलेगा।
इस योजना का कुल खर्च 100 करोड़ रुपये है।
21लाख आबादी इस योजना के तहत लाभान्वित होगी।

राजस्थान अन्नपूर्णा दूध योजना
तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे द्वारा 2 जुलाई 2018 को अन्नपूर्णा दूध योजना का शुभारंभ राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय, दहमी कलां, बगरू, जयपुर में किया गया। राजस्थान सरकार ने प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ रहे उन छात्रों के नामांकन में वृद्धि, ड्रॉप-आउट को रोकने और पौष्टिक स्तर को बढ़ाने के लिए व मध्य भोजन योजना के लिए राजस्थान अन्नपूर्णा दूध योजना की शुरुआत लगभग 66 हजार स्कूलों में की है। इस योजना से लगभग 62 लाख सरकारी स्कूलों और मदरसों के बच्चें लाभान्वित होंगे।
इस योजना के तहत सरकारी स्कूलों में कक्षा 1 से 5वीं तक के बच्चे को 150 ml दूध दिया जाएगा तथा कक्षा 6 से 8 के बच्चों को 200ml दूध दिया जाएगा।
इस योजना के तहत एक सप्ताह में तीन बार दूध प्रदान किया जाएगा। जिसमें शहरी क्षेत्रों में सोमवार, बुधवार, और शुक्रवार को तथा ग्रामीण क्षेत्रों में मंगलवार, गुरुवार, और शनिवार को दिया जाएगा।
अन्नपूर्णा दूध योजना में सरकारी स्कूलों के कक्षा एक से आठवीं तक के बच्चों को सप्ताह में तिन दिन के स्थान पर 1 सितंबर 2018 से मिड-डे मील के साथ-साथ प्रतिदिन दूध उपलब्ध कराया जाएगा। यह घोषणा तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने 15 अगस्त 2018 को की।

यूथ आइकन योजना
इस योजना का शुभारंभ 31 जुलाई 2018 को जयपुर से किया गया। इस योजना का उद्देश्य राज्य के प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को प्रोत्साहन के रूप में इनाम में  राशि देना है।

राज सहकार व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा योजना
किसानों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने हेतु राज्य में 25 लाख से ज्यादा किसानों का 10 लाख रूपये तक का दुर्घटना बीमा किया जाएगा, इस संबंध में राज सहकार दुर्घटना बीमा योजना को लागू किया गया। 1 अप्रैल 2018 से 31 मार्च 2019 तक दुर्घटना बीमा किया गया।

सौर ऊर्जा चलित पनघट योजना
10 मार्च 2018 को राजस्थान के राजसमंद जिले की गिलूण्ड ग्राम पंचायत के मालीखेड़ा गांव में 8 लाख रूपये की लागत वाली सौर ऊर्जा चलित पनघट योजना का उद्घाटन किया गया। इसके लिए जलदाय विभाग के द्वारा 5000 लीटर क्षमता वाली एक टंकी रखी गई है, जिसमें सौर ऊर्जा चलित सिस्टम स्थापित किया गया है। पनघट योजना पर बैटरी रहित सौर ऊर्जा की प्लेट लगाई गई है। जो सूर्योदय के साथ चालू और सूर्यास्त के बाद बंद हो जाती है।

ई-सखी योजना
ई-सखी योजना राज्य की महिलाओं को डिजिटल रूप से साक्षर बनाने की एक उत्तम पहल है। इस योजना का मुख्य उद्देश प्रदेश की 1.5 लाख महिलाओं को प्रशिक्षण प्रदान कर हर गांव को डिजिटल रूप से साक्षर बनाना है। जिससे डिजिटल राजस्थान का सपना साकार होगा।
यह डिजिटल साक्षरता अभियान मई 2018 से प्रारंभ होकर दिसंबर 2018 तक जारी रहा।

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